हरियाणा में पानीपत में प्रदूषण बढ़ने से उद्योग रहे बंद, करोड़ों का उत्पादन ठप, जानिए पूरा मामला

हरियाणा में पानीपत में प्रदूषण बढ़ने से उद्योग रहे बंद, करोड़ों का उत्पादन ठप, जानिए पूरा मामला

हरियाणा में पानीपत में प्रदूषण बढ़ने से उद्योग रहे बंद

हरियाणा में पानीपत में प्रदूषण बढ़ने से उद्योग रहे बंद, करोड़ों का उत्पादन ठप, जानिए पूरा मामला

पानीपत। पानीपत में कोयला आधारित टेक्सटाइल उद्योग बंद रहे। उद्योगों के बंद होने से 50 करोड़ का उत्पादन ठप रहा है। दो दिनों में 100 करोड़ के लगभग उत्पादन ठप रहेगा। उत्पादन कम होने से निर्यात उद्योगों पर भारी दबाव देखने को मिल रहा है। टाइम बाउंड आर्डर की डिलिवरी होने के कारण निर्यातकों को भय है कि वे समय पर माल नहीं भेज पाएंगे। इस कारण से उनके आर्डर बंगलादेश, पाकिस्तान, चीन शिफ्ट हो जाएंगे। 

पहले दिन 800 डाइ हाउस सहित 2000 कोयला आधारित उद्योग बंद रहे। इनमें डिंमक कंबल सहित पोलर व 3 डी चादर बनाने वाले उद्योग बंद रहे। सर्दियों में कंबल का सीजन पीक पर चल रहा है। दो दिन उद्योगों को बंद रखने से लेबर को खाली बैठने पर मजबूर होना पड़ रहा है। बापौली जोन इंडस्ट्री एसोसिएशन के प्रधान नवीन बंसल का कहना है कि हर प्रदेश उद्योगों को बढ़ावा देने की बात कह रहा है। जबकि प्रदेश में उद्योगों को दो दिनों के लिए बंद किया गया है। 

प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम ने औद्योगिक क्षेत्रों का दौरा किया। उद्योगों की बंद रखने पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड मानिटरिंग कर रहा है। बोर्ड के अधिकारी प्रदीप ने बताया कि सभी उद्योग बंद मिले। 

सप्ताह में पांच दिन उद्योग चलने व दो दिनों तक बंद रखने के आदेश के कारण डाइंग उद्योग पर दबाव बढ़ गया है। उन पर जल्दी से माल डाइंग करने का प्रेसर है। डायर्स उद्योग एसोसिएशन प्रधान भीम राणा ने बताया कि दो दिन उद्योग बंद रखने से उत्पादन कम हो रहा है। समय पर डिलिवरी देने में परेशानी आ रही है। 

प्रदूषण स्तर नियंत्रण करने के लिए उद्योगों को वीरवार को बंद रखा गया, लेकिन एयर क्वालिटी इंडेक्स बहुत खराब स्थिति में दर्ज किया गया। पीएम 2.5 का स्तर 342 देर शाम सात बजे दर्ज किया गया। उद्यमियों का कहना है कि उद्योगों को कारण प्रदूषण स्तर नहीं बढ़ रहा है।